इस टीम के उपनाम "नेशनल इलेवन" (राष्ट्रीय ग्यारह) और "माजर्स" (माजर लोग) हैं। यह हंगरी फुटबॉल महासंघ (Hungarian Football Federation) के अधीन काम करती है और हंगरी की आधिकारिक पुरुष राष्ट्रीय फुटबॉल टीम है। इसका मुख्य स्टेडियम पुस्काश अरेना (Puskás Aréna) है, जिसमें 67,155 फैनों के लिए जगह है।
1902 में: हंगरी टीम ने अपना पहला आधिकारिक मैच खेला।
1906 में: हंगरी टीम फीफा (FIFA) के सदस्य संघ की प्रतिनिधि टीम बन गई।
1908 में: हंगरी टीम ने पहली बार ओलंपिक खेलों में भाग लिया – यह टीम की पहली बड़ी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भागीदारी थी।
पहले विश्व युद्ध के बाद: हंगरी टीम "राष्ट्रीय टीम" के नाम से मैच खेलने लगी।
1934 में: हंगरी टीम ने पहली बार फीफा विश्व कप में भाग लिया और क्वार्टरफाइनल तक पहुंची।
1938 के विश्व कप में: हंगरी टीम फाइनल में इटली से 2-4 से हारकर रनर-अप (द्वितीय स्थान) रही।
1952 में: हंगरी टीम ने बिना किसी हार के पूरी जीत की रणनीति से ओलंपिक खेलों का खिताब जीता।
1993 में: फेरेंस पुस्काश (Ferenc Puskás) हंगरी टीम के मुख्य कोच बने, लेकिन उनका कार्यकाल केवल 74 दिनों तक चला।
2003 के अंत में: लोथर मैथ्यूस (Lothar Matthäus) हंगरी राष्ट्रीय टीम के इतिहास में पहले विदेशी मुख्य कोच बने।
नवंबर 2015 में: हंगरी टीम ने यूरो क्वालिफायर (UEFA Euro Qualifiers Play-offs) में नॉर्वे को कुल स्कोर 3-1 से हराकर बाहर कर दिया – यह 1986 के बाद पहली बार था जब टीम बड़ी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में लौटी।
2016 के यूरो चैंपियनशिप में: हंगरी टीम ने अपने ग्रुप का टॉप बनकर 16वें फाइनल तक पहुंचा।
2018/19 सीजन के यूरो नेशंस लीग (UEFA Nations League) के ग्रुप स्टेज के बाद: हंगरी टीम ने अपने ग्रुप में दूसरा स्थान प्राप्त किया और B टियर (द्वितीय स्तर) की टूर्नामेंट में किया।
2020 में: हंगरी टीम ने यूरो नेशंस लीग के A टियर (प्रथम स्तर) में जगह अर्जित की।
18 नवंबर 2023 में: यूरो क्वालिफायर के 9वें राउंड के बाद, हंगरी यूरो चैंपियनशिप के मुख्य टूर्नामेंट में क्वालीफाई किया।
2024 के यूरो चैंपियनशिप में: हंगरी टीम ग्रुप स्टेज में ही अपना सफर समाप्त कर दिया।
10 सितंबर 2024 में: यूरो नेशंस लीग A टियर के दूसरे राउंड में, हंगरी ने बोस्निया और हर्जगोविना के खिलाफ 0-0 का ड्रॉ लिया।